प्रवासी मजदूर के घर वापसी का सच
भारत की लगभग 70 प्रतिशत आबादी गावों में निवास करती है, लेकिन गावों में रोजगार की उपलब्धता नहीं होने के कारण यहां से लोग रोजगार की तलाश में महानगरों की ओर पलायन करते हैं, इनमें से अधिकांश लोग अप्रशिक्षित कामगार होते हैं, और मजदूरी करके अपना जीवन यापन करते हैं, जिन्हें प्रवासी मजदूर कहा जाता है। हमारे देश के अधिकांश प्रवासी मजदूर यूपी, बिहार, मध्य प्रदेश और राजस्थान से हैं जिनकी संख्या दस करोड़ से भी अधिक है। अधिकांश प्रवासी मजदूर तमाम महानगरों और बड़े बड़े शहरों में निर्माण कार्यों एवं अन्य असंगठित क्षेत्रों में काम करते हैं। देश के कुल श्रम शक्ति का पांचवां हिस्सा इन प्रवासी मजदूरों का…