लॉकडाउन क्या है, कोरोना वायरस से लड़ने में लॉकडाउन क्यों जरूरी है?
इस लेख में हम जानेंगे कि लॉकडाउन क्या है, लॉकडाउन का अर्थ और कोरोना वायरस से लड़ने में ये क्या भूमिका निभा रहा है।
आज पूरे विश्व में कोरोना वायरस ने महामारी का रूप धारण कर लिया है। विश्व के तकरीबन सभी देशों को यह वायरस अपनी चपेट में ले चुका है। इससे संक्रमित लोगों की संख्या तीस लाख के आंकड़े को पार कर चुकी है, दो लाख से भी अधिक लोगों की अबतक इससे मौत हो चुकी है, और यह आंकड़ा प्रति पल बढ़ता ही जा रहा है, जब आप इस लेख को पढ़ रहे होंगे, तबतक लाखों और लोगों को यह वायरस अपनी चपेट में ले चुका होगा। अकेले अमेरिका में इस वायरस से संक्रमित लोगों की संख्या दस लाख को पार कर चुकी है और पचास हजार से भी अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। यही हाल अन्य देशों का भी है।
इस संक्रमण को फैलने से रोकने की तमाम कोशिशें अब तक नाकाम ही रहीं हैं। आज विश्व के तमाम देश इस संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए “सम्पूर्ण लॉकडाउन” का सहारा ले रहे हैं, क्योंकि इसे रोकने के लिए अबतक ना तो कोई टीका विकसित किया जा सका है और ना ही कोई सटीक दवाई उपलब्ध है।
› लॉकडाउन क्या होता है ?
लॉकडाउन का शाब्दिक अर्थ है “तालाबंदी”। लॉकडाउन एक आपातकालीन व्यवस्था है जो किसी आपदा या महामारी के वक्त लागू की जाती है।
कोरोना वायरस के मामले में, लॉकडाउन देशों को वायरस के प्रसार को नियंत्रित करने में मदद कर रहा है। लॉकडाउन के दौरान, देश के प्रत्येक राज्य जिसमें कोरोना वायरस के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं, उन राज्यों ने पूर्ण लॉकडाउन लागू किया है। उस अवधि के दौरान, किसी भी व्यक्ति को बाहर जाने या यात्रा करने की अनुमति नहीं है। सभी राज्य की सीमाएँ जनता के लिए बंद हैं। लॉकडाउन के दौरान, हर सार्वजनिक स्थान जैसे शॉपिंग मॉल, दुकानें, शोरूम, मूवी थिएटर, पार्क, स्कूल, कॉलेज, विश्वविद्यालय, शैक्षणिक संस्थान, सार्वजनिक परिवहन, रेल, मेट्रो, बसें और सभी गैर-जरूरी सेवाएं बंद कर दी गई हैं।
केवल राष्ट्र की सेवा करने वाले या कोरोना वायरस राहत मिशन में शामिल होने वाले व्यक्तियों को यात्रा करने की अनुमति है (डॉक्टर, नर्स, मेडिकल स्टाफ, वैज्ञानिक, शोधकर्ता, पुलिस, सेना, आदि)।
› लॉकडाउन के दौरान यात्रा कैसे कर सकते हैं?
लॉकडाउन के दौरान किसी को भी यात्रा करने की अनुमति नहीं है। लेकिन, आपातकाल की स्थिति में, कोई भी व्यक्ति कोविड -19 ई-पास प्राप्त करके यात्रा कर सकता है। कोविड -19 ई-पास कोरोना वायरस लॉक डाउन के दौरान आपके पहचान पत्र के रूप में काम करता है। और, वास्तविक कारण या आपातकालीन स्थिति वाला कोई भी व्यक्ति कोविड -19 ई-पास के लिए आवेदन कर सकता हैं और राज्य भर में यात्रा कर सकता हैं।
प्रत्येक भारतीय राज्य में कोविड -19 ई-पास का आवेदन करने के लिए नियम और आवश्यकताएं जिसे आप नीचे दिए गए लिंक पर जाकर देख सकते हैं।
जानिए कैसे लॉकडाउन के दौरान आप अपने राज्य में कोविड -19 ई-पास प्राप्त कर सकते हैं
› लॉकडाउन के क्या नियम हैं?
लॉकडाउन के नियम स्थानीय परिस्थितियों के अनुसार अलग अलग हो सकते हैं। लॉकडाउन के सभी नियमों को नीचे बताया गया है।
→ हॉट स्पॉट घोषित क्षेत्रों के लिए लॉकडाउन नियम
जिन क्षेत्रों को हॉट स्पॉट घोषित किया गया है, वहां सम्पूर्ण लॉकडाउन किया गया है तथा उन इलाकों को पूरी तरह से सील कर दिया गया है। उन क्षेत्र के लोगों के किसी भी तरह की आवाजाही पर पूर्ण प्रतिबंध है। वहां आवश्यक वस्तुओं एवं सेवाओं की उपलब्धता भी प्रशासन द्वारा ही सुनिश्चित की जा सकेगी, जिसके लिए उन्हें विभिन्न मोबाईल नंबर उपलब्ध कराए गए हैं।
→ अन्य क्षेत्रों के लिए लॉकडाउन नियम
- जिन इलाकों में लॉकडाउन किया गया है उन क्षेत्र के लोगों को अनावश्यक रूप से घर से बाहर निकलने की अनुमति नहीं है।
- दवाई और खाने-पीने जैसी जरूरी चीजों की खरीदारी के लिए ही बाहर जाने की इजाज़त है तथा बैंक से पैसे निकालने की भी अनुमति है।
- कुछ आवश्यक संस्थानों या फैक्ट्री को सामाजिक दूरी के नियमों का पालन करते हुए प्रचालन की छूट दी गई है।
- सभी प्राइवेट और कॉन्ट्रेक्ट वाले दफ्तर यदि संभव हो तो घर से काम करेंगे या बंद रहेंगे, सरकारी दफ्तर जो जरूरी श्रेणी में नहीं आते, उन्हें भी बंद रखा गया है।
› निष्कर्ष
भारत के विभिन्न क्षेत्रों में कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए पहली बार 24 मार्च को लॉकडाउन की घोषणा की गई थी, जिसे संक्रमण के बढ़ते हुए मामलों के कारण 3 मई तक बढ़ा दिया गया है। प्रथम लॉक डाउन के दौरान सरकार द्वारा केवल आवश्यक वस्तुओं एवं सेवाओं की छूट दी गई थी, वहीं दूसरे लॉकडाउन के दौरान कुछ अन्य क्षेत्रों को भी कुछ शर्तों के साथ लॉकडाउन से छूट प्रदान की गई है।
लॉक डाउन की शर्तों को अब काफी अनुकूल बना दिया गया है, जिसमें कोरोना वायरस संक्रमण की स्थानीय परिस्थितियों के अनुसार, कई प्रकार की छूट एवं प्रतिबंधों की घोषणाएं की जा रही है। इससे आर्थिक गतिविधियां भी साथ साथ चलती रहेंगी और लोगों की रोजी रोटी की व्यवस्था भी हो सकेगी। केवल उन वस्तुओं एवं सेवाओं पर रोक जारी रखी गई हैं जो स्थिति को और खराब कर सकती है, जिसमें यात्रा, सभा, सार्वजनिक परिवहन और अन्य सेवाएं शामिल हैं।