कोरोना पर ड्रोन का वार
दुनिया भर में चल रहे कोरोना वायरस महामारी ने लाखों लोगों की जान ले ली है और मौत का यह आंकड़ा नित प्रतिदिन बढ़ता ही जा रहा है। मरने वालों में, कोरोना संक्रमित लोगों का इलाज करने वाले डॉक्टर्स, नर्स और अन्य चिकित्सा कर्मचारी भी शामिल हैं, जो कोरोनोवायरस रोगियों के इलाज के लिए दिन-रात काम कर रहे हैं।
अत्यधिक संक्रामक रोग होने के कारण, हर किसी को, किसी के साथ, किसी भी प्रकार के प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष संपर्क से बचने की सलाह दी जाती है। कोरोना वायरस किसी को भी संक्रमित करने से पहले दरवाजा नहीं खटखटाता, आपके द्वारा उठाया गया एक गलत कदम आपको घातक कोरोना वायरस की चपेट में ले आता है।
कोरोना वायरस के खतरे को देखते हुए, लखनऊ स्थित वैज्ञानिक, मिलिंद राज ने एक बहुआयामी ड्रोन डिजाइन किया है, जो कोरोना वायरस से लड़ने के लिए एक वरदान से कम नहीं है।
इन ड्रोन्स का उपयोग सैनिटाइजर का छिड़काव, सेंसिटिव क्षेत्रों की निगरानी करने, उल्लंघनकर्ताओं पर नज़र रखने, सार्वजनिक घोषणाएँ करने और दूर से आकाश में मंडराते समय शरीर के तापमान को मापने के लिए इस्तेमाल किया जा रहा है।
यह ड्रोन 7-10 लीटर सैनिटाइज़र (संभवतः ब्लीच सोल्युशन या 1% सोडियम हाइपोक्लोराइट घोल) को ले जाने और उन क्षेत्रों में छिड़काव करने में सक्षम है जहां मैन्युअल रूप से संचालित सैनेटाइज़र स्प्रेयर नहीं पहुंच सकते हैं। यह ड्रोन किसी भी स्मार्टफोन या कंप्यूटर के माध्यम से चलाया जा सकता है और दूर बैठे सैनिटाइज़र का छिड़काव कर सकता है।
वैज्ञानिक के अनुसार, ड्रोन वाहनों, अप्राप्य स्थानों, अपार्टमेंट और सोसाइटियों को साफ करने में बहुत प्रभावी है। वर्तमान में ड्रोन सैनिटाइज़र का वजन लगभग 10 किलोग्राम है जो 6 रोटरी इंजन द्वारा संचालित किया जाता है । वैज्ञानिक एक अधिक शक्तिशाली ड्रोन पर भी काम कर रहे हैं, जो कि तीन गुना अधिक सैनिटाइज़र को ले जाने में सक्षम होगा।
∝ लॉक डाउन का उल्लंघन करने वाले अब हो जाएँ सावधान
लॉक डाउन का उल्लंघन करने वालों सावधान, न केवल ड्रोन विभिन्न क्षेत्रों को सैनिटाइज करने में सहायक है, बल्कि विभिन्न राज्यों की पुलिस को लॉकडाउन उल्लंघनकर्ताओं पर नज़र रखने में भी मदद कर रहा है, जो अभी भी स्थानीय पुलिस के साथ सहयोग नहीं कर रहे हैं।
ये ड्रोन उच्च तकनीकी कैमरों से लैस हैं जो 30x ऑप्टिकल जूमिंग की क्षमता के साथ शक्तिशाली ज़ूम प्रदान करता है। ये ड्रोन 6x डिजिटल जूम के साथ 180x तक के आवर्धन को अल्ट्रा हाई रेजोल्यूशन 4k RGB कैमरा से रिकॉर्ड करने की छमता रखता है । यदि आप इन सभी नंबरों को पढ़ने के बाद उलझन में हैं, तो बस एक बात जान लें कि आप इन हाई टेक ड्रोन्स से बच नहीं सकते हैं और यदि आप लॉकडाउन का पालन नहीं करते हैं, तो आप अंततः पकड़े जाएंगे।
इन ड्रोन्स में न केवल हाई टेक कैमरे हैं, बल्कि ये आसमान में मंडराते हुए लोगों के बॉडी टेम्परेचर को मापने में भी सक्षम हैं जो की रेडियोमेट्रिक थर्मल इमेजिंग सेंसर के ज़रिये संभव बनाया गया है। ये ड्रोन महत्वपूर्ण सार्वजनिक घोषणाएं करने या लॉकडाउन उल्लंघनकर्ताओं को चेतावनी देने के लिए स्काई स्पीकर मेगाफोन से भी लैस है।
लॉकडाउन के दौरान, ये ड्रोन पुलिस अधिकारियों के लिए एक वरदान के रूप में साबित हुए हैं जो लॉकडाउन से संबंधित महत्वपूर्ण घोषणाएं करने, लॉकडाउन उल्लंघनकर्ताओं को ट्रैक करने, चेतावनी देने और वास्तव में वहां जाए बिना भीड़भाड़ या तंग गलियों वाले क्षेत्रों की निगरानी करने में सक्षम है।
इन सभी उपयोगों के अलावा, इन ड्रोन्स का सबसे महत्वपूर्ण उपयोग पूरे शहर के घरों में दवाओं और अन्य आवश्यक आपूर्ति पहुंचाना है। परीक्षणों के दौरान ये देखा गया की ड्रोन 8 मिनट में 12 किलोमीटर की दूरी तय कर सकता है जो किसी भी इंसान द्वारा डिलीवरी करने से 80 गुना अधिक तेज और कोरोना वायरस जैसे कठिन वक़्त में सुरक्षित है। यह न केवल लोगों को एक दुसरे के सीधे संपर्क में आने से बचाता है, बल्कि लॉकडाउन के दौरान सरकार को स्थिति को नियंत्रित करने में भी मदद करता है।